
who is the vikash yadav?US Charges R&AW Official Vikas Yadav
who is the vikash yadav?US Charges R&AW Official Vikas Yadav
अमेरिका और भारत के बीच हाल ही में एक गंभीर मुद्दा सामने आया है, जिसमें एक भारतीय अधिकारी, विकास यादव, पर खालिस्तानी उग्रवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश का आरोप लगा है। अमेरिकी न्याय विभाग ने गुरुवार को इस मामले में आरोप लगाते हुए कहा कि विकास यादव, जो भारत के पूर्व खुफिया अधिकारी हैं, इस साजिश में शामिल थे।
अमेरिकी अधिकारियों का दावा है कि इस साजिश की शुरुआत मई 2023 में हुई थी। न्याय विभाग के अनुसार, विकास यादव ने पन्नू की हत्या के लिए भारत और अन्य देशों में सक्रिय एजेंटों के साथ मिलकर काम किया। इस साजिश में एक अन्य व्यक्ति, निखिल गुप्ता, को शामिल किया गया, जिसे पन्नू की हत्या की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। अमेरिकी एजेंसियों ने जांच शुरू की, जिसके बाद गुप्ता को चेक गणराज्य से गिरफ्तार कर अमेरिका प्रत्यर्पित किया गया।
अमेरिकी अधिकारियों का दावा है कि इस साजिश की शुरुआत मई 2023 में हुई थी। न्याय विभाग के अनुसार, विकास यादव ने पन्नू की हत्या के लिए भारत और अन्य देशों में सक्रिय एजेंटों के साथ मिलकर काम किया। इस साजिश में एक अन्य व्यक्ति, निखिल गुप्ता, को शामिल किया गया, जिसे पन्नू की हत्या की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। अमेरिकी एजेंसियों ने जांच शुरू की, जिसके बाद गुप्ता को चेक गणराज्य से गिरफ्तार कर अमेरिका प्रत्यर्पित किया गया।
खालिस्तानी नेता पन्नू की हत्या की साजिश के अलावा, विकास यादव पर मनी लॉन्ड्रिंग का भी आरोप है। न्याय विभाग के अनुसार, यह आरोप विकास यादव के भारत से बुलाए जाने के बाद लगाए गए हैं। यादव पर आरोप है कि उन्होंने विदेश में सक्रिय एजेंटों के साथ मिलकर पन्नू की हत्या की योजना बनाई और इसे अंजाम देने के लिए निखिल गुप्ता को हायर किया।
निखिल गुप्ता को जून 2023 में प्राग से गिरफ्तार किया गया था और उन्हें अमेरिका प्रत्यर्पित किया गया था। अदालत में पेश किए जाने पर गुप्ता ने खुद को निर्दोष बताया, लेकिन जांच अभी भी जारी है। अमेरिका के अटॉर्नी जनरल ने कहा कि यह आरोप दर्शाते हैं कि अमेरिका अपने नागरिकों की सुरक्षा को लेकर कोई समझौता नहीं करेगा।
विकास यादव पर लगे ये आरोप भारत और अमेरिका के बीच के राजनयिक संबंधों को प्रभावित कर सकते हैं। हालांकि, दोनों देश इस मामले की जांच में सहयोग कर रहे हैं, और इस पर आगे की कार्रवाई की प्रतीक्षा की जा रही है।