प्रधानमंत्री Narendra Modi ने 27 अक्टूबर को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम “मन की बात” के जरिए देशवासियों को संबोधित किया। इस कार्यक्रम के जरिए Narendra Modi ने देश में हो रहे सकारात्मक बदलावों, सरकार की नई योजनाओं और विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर चर्चा की। इस बार के संबोधन में Narendra Modi मोदी ने त्योहारों की खुशियों, विकास के नए पहलुओं और आम नागरिकों के प्रयासों पर विशेष जोर दिया। आइए जानते हैं उनके इस संबोधन की मुख्य बातें।
1. दीपावली और अन्य त्योहारों की शुभकामनाएँ
प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों को दीपावली और अन्य आने वाले त्योहारों की शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने कहा कि त्योहारों का यह समय हमारे जीवन में सकारात्मकता और उत्साह लेकर आता है। Narendra Modi ने आग्रह किया कि सभी लोग त्योहारों को मिलजुल कर मनाएं और उन लोगों का भी ध्यान रखें जो जरूरतमंद हैं।
2. स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने की अपील की। उन्होंने कहा कि त्योहारों के इस मौसम में जब हम खरीदारी करते हैं, तब हमें “वोकल फॉर लोकल” का मंत्र नहीं भूलना चाहिए। उन्होंने सभी से अपील की कि दीपावली की सजावट से लेकर घर की सभी जरूरतों के लिए स्थानीय उत्पादों को प्राथमिकता दें। इससे देश के कारीगरों और छोटे व्यापारियों को मदद मिलेगी और देश की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।
3. पर्यावरण संरक्षण पर जोर
पीएम मोदी ने पर्यावरण की सुरक्षा के लिए लोगों को जागरूक रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि हर त्योहार के साथ हम प्रकृति से बहुत कुछ लेते हैं, लेकिन हमें उसे वापस लौटाने का भी प्रयास करना चाहिए। Narendra Modi ने विशेषकर प्रदूषण से बचने और स्वच्छता बनाए रखने पर जोर दिया। उन्होंने पटाखों का इस्तेमाल कम करने की अपील करते हुए सभी से जिम्मेदारी से त्योहार मनाने का आग्रह किया।
4. जल संरक्षण के लिए जन आंदोलन की जरूरत
प्रधानमंत्री मोदी ने जल संरक्षण के महत्व पर भी बात की। उन्होंने कहा कि जल हमारे जीवन के लिए बेहद जरूरी है, और इसे संरक्षित करना हर नागरिक की जिम्मेदारी है। उन्होंने विभिन्न राज्यों में जल संरक्षण के लिए चलाए जा रहे अभियानों का जिक्र करते हुए सभी से अनुरोध किया कि इस कार्य में अपना योगदान दें और इस मुहिम को जन आंदोलन बनाएं।
5. खेल और युवा शक्ति का जिक्र
पीएम मोदी ने खेल के क्षेत्र में भारतीय युवाओं की उपलब्धियों की तारीफ की। उन्होंने कहा कि हमारे युवा अब हर क्षेत्र में देश का नाम रोशन कर रहे हैं। Narendra Modi ने विशेषकर एशियाई खेलों में भारत के प्रदर्शन की सराहना की और कहा कि यह हमारे युवाओं की मेहनत का परिणाम है। उन्होंने सभी युवाओं को मेहनत और अनुशासन का संदेश दिया और उन्हें जीवन में हर लक्ष्य को पाने के लिए प्रेरित किया।
6. विज्ञान और प्रौद्योगिकी में नए आयाम
प्रधानमंत्री मोदी ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी में भारत की बढ़ती ताकत का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि भारत की युवा पीढ़ी ने विज्ञान के क्षेत्र में अपनी पहचान बना ली है और देश को आत्मनिर्भर बनाने में अहम योगदान दे रही है। Narendra Modi ने इस क्षेत्र में हो रहे शोध कार्यों का स्वागत किया और वैज्ञानिकों व नवाचार करने वालों की सराहना की।
7. सेवा और समर्पण की भावना
अपने संबोधन के अंत में Narendra Modi ने सभी देशवासियों से सेवा और समर्पण की भावना से कार्य करने की अपील की। उन्होंने कहा कि हर नागरिक को अपने स्तर पर देश की सेवा करनी चाहिए, चाहे वह छोटा काम हो या बड़ा। Narendra Modi ने यह भी कहा कि देश की प्रगति में हर नागरिक का योगदान बेहद महत्वपूर्ण है।
प्रधानमंत्री मोदी का यह “मन की बात” संबोधन न केवल त्योहारों के उत्साह को बढ़ाने वाला था, बल्कि देश के हर व्यक्ति को उनकी जिम्मेदारियों का एहसास दिलाने वाला भी था।
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